Learning Important Questions: शिक्षा मनोविज्ञान की इस पोस्ट में अधिगम के महत्वपूर्ण प्रश्नों का संग्रह दिया गया है जो सभी परीक्षाओं के लिए बेहद ही उपयोगी एवं महत्वपूर्ण है Psychology Important Question
[1] जब बालक छोटे समूहों में समस्याओं पर चर्चा कर स्वयं निष्कर्ष तक पहुंचते हैं, ऐसी स्थिति किस उपागम की ओर संकेत करती है-
(1) पैनल परिचर्चा
(2) निर्मितवाद✓
(3) सिस्टम उपागम
(4) अभिक्रमित अनुदेशन
[2] जब शिक्षक द्वारा छात्रों के लघु समूह बनाकर प्रत्येक समूह को विषय संबंधी समस्या दी जाए, छात्र चर्चा कर समाधान या निष्कर्ष निकालते हैं। यह किस उपागम की ओर संकेत कर रहा है-
(1) पैनल चर्चा
(2) सिस्टम उपागम
(3) अभिक्रमित अनुदेशन
(4) निर्मित्तवाद✓
[3] प्रायः शिक्षार्थियों की त्रुटियाँ………..की ओर संकेत करती है-
(1) वे कैसे सीखते हैं
(2) यांत्रिक अभ्यास की आवश्यकता
(3) सीखने की अनुपस्थिति✓
(4) शिक्षार्थियों के सामाजिक आर्थिक स्तर
[4] किस मनोवैज्ञानिक के अनुसार “सीखने का मतलब ज्ञान का निर्माण करना है।”-
(1) स्किनर
(2) पियाजे
(3) थार्नडाइक
(4) लेव वाइगॉत्स्की✓
[5] जिस प्रक्रिया में व्यक्ति दूसरों के व्यवहार को देखकर सीखता है, न कि प्रत्यक्ष अनुभव को, को कहा जाता है-
(1) सामाजिक अधिगम✓
(2) अनुबंधन
(3) प्रायोगिक अधिगम
(4) आकस्मिक अधिगम
[6] कौन सा सीखना स्थाई होता है-
(1) रटकर
(2) सुनकर
(3) समझकर✓
(4) देखकर
[7] वाइगॉत्सकी बच्चों के सीखने में निम्नलिखित में से किस कारक की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हैं-
(1) आनुवंशिक
(2) नैतिक
(3) शारीरिक
(4) सामाजिक✓
[8] निम्नलिखित में से कौन सा शिक्षक से संबंधित अधिगम को प्रभावित करने वाला कारक है-
(1) बैठने की उचित व्यवस्था
(2) शिक्षण अधिगम संसाधनों की उपलब्धता
(3) विषय वस्तु या अधिगम अनुभवों की प्रकृति
(4) विषय वस्तु में प्रवीणता✓
[9] निम्नलिखित में से कौन सा सीखने का क्षेत्र है-
(1) आनुभाविक✓
(2) भावात्मक
(3) आध्यात्मिक
(4) व्यावसायिक
[10] ‘अनुकूलित क्रिया के परिणाम स्वरुप आदत का निर्माण ही अधिगम है।’ परिभाषा है-
(1) हिलगार्ड
(2) पावलॉव✓
(3) कॉलविन
(4) वुडवर्थ
[11] ‘आदत ज्ञान एवं अभिवृत्तियों का अर्जन करना ही अधिगम है।’ परिभाषा है-
(1) क्रो एण्ड क्रो✓
(2) वुडवर्थ
(3) हिलगार्ड
(4) गिलफोर्ड
[12] सीखने की प्रथम अवस्था में सीखने की गति होती है-
(1) तेज✓
(2) धीमी
(3) सामान्य
(4) कोई नहीं
[13] ‘सीखना व्यवहार में उत्तरोत्तर सामंजस्य की प्रक्रिया है।’ यह कथन है-
(1) क्रो एण्ड क्रो
(2) पियाजे
(3) स्किनर✓
(4) कोहलर
[14] सामाजिक अधिगम आरंभ होता है-
(1) अलगाव से
(2) भीड़ से
(3) सम्पर्क से✓
(4) दृश्य- श्रव्य सामग्री से
[15] व्यवहारवादी विचारक है-
(1) कॉहलर
(2) ब्रूनर
(3) पियाजे
(4) वाटसन✓
[16] किसी व्यक्ति का अधिगम होता है-
(1) बचपन तक
(2) प्रौढ़ावस्था तक
(3) किशोरावस्था तक
(4) जीवन पर्यन्त✓
[17] जे.पी.गिलफोर्ड के अनुसार, अधिगम है
(1) ज्ञान का सर्जन
(2) व्यवहार मे परिवर्तन✓
(3) सोच में परिवर्तन
(4) अनुभव प्राप्त करना
[18] निम्नलिखित में से कौन-सा प्रकार्य के अनुसार अधिगम का प्रकार नहीं है-
(1) कल्पनाशील अधिगम✓
(2) संज्ञानात्मक अधिगम
(3) निपुणता द्वारा अधिगम
(4) अभिवृत्यात्मक अधिगम
[19] निम्नलिखित में से कौन सा कारक सीखने के अंतर्दृष्टि सिद्धांत को प्रभावित करने वाला नहीं है-
(1) बुद्धि
(2) व्यक्तित्व✓
(3) प्रत्यक्षीकरण
(4) अनुभव
[20] एक बालक पहाड़े सीख कर उसका उपयोग गुणा और भाग करने में करता है अधिगम स्थानांतरण के जिस प्रकार का यह उदाहरण है-
(1) मानसिक से शारीरिक
(2) शारीरिक से शारीरिक
(3) शारीरिक से मानसिक
(4) मानसिक से मानसिक✓
[21] सम्बद्ध प्रतिक्रिया सिद्धान्त के प्रतिपादक है-
(1) पावलोव✓
(2) थॉर्नडाइक
(3) गेट्स
(4) कोहलर
[22] प्रभावशाली अधिगम के आयाम हैं-
(1) उत्तेजन अनुक्रिया अधिगम
(2) श्रृंखला अधिगम
(3) संकेत अधिगम
(4) उपर्युक्त सभी✓
[23] निम्नलिखित में से कौन सा लेविन के अधिगम संबंधित क्षेत्र सिद्धांत की एक मुख्य अवधारणा नहीं है-
(1) विभेदीकरण✓
(2) जीवनधारा
(3) तलरूप
(4) वेक्टर्स और कर्षण
[24] पृच्छा अधिगम किसके विकास में सहायक है-
(1) कल्पना
(2) सृजनात्मकता
(3) संज्ञानात्मक कौशल✓
(4) स्मृति
[25] ‘सीखना अनुभव के परिणामस्वरूप व्यवहार में परिवर्तन द्वारा व्यक्त होता है।’ परिभाषा है-
(1) कॉलविन
(2) क्रानबैक✓
(3) पावलॉव
(4) पील
[26] कक्षा में भावी अनुशासन के लिए अध्यापक को चाहिए-
(1) छात्रों को जो चाहे करने दे
(2) छात्रों के साथ कठोर व्यवहार करें
(3) छात्रों को कुछ समस्याएं हल करने को दें
(4) उनसे नरमी में दृढ़ता के व्यवहार करें✓
[27] रोबोट गेने ने अधिगम की कितनी परिस्थितियां बताई है-
(1) 5
(2) 7
(3) 8✓
(4) 6
[28] ‘गेस्टाल्टवाद’ के जन्मदाता कौन है-
(1) स्किनर
(2) बिने
(3) बरदाईमर✓
(4) स्पिनोविच
[29] पियाजे के अनुसार मूर्त संक्रियात्मक अवस्था का समय काल है-
(1) 2-7 वर्ष
(2) 7-11 वर्ष✓
(3) 11-15 वर्ष
(4) 15-18 वर्ष
[30 ] बच्चों के बौद्धिक विकास के चार सुस्पष्ट स्तरों को पहचाना गया था-
(1)कोहलबर्ग द्वारा
(2) एरिक्सन द्वारा
(3) स्किनर द्वारा
(4) पियाजे द्वारा✓